Tuesday, September 8, 2020

लुका छुपी

दाम देने वाला गिनता है,
तीस तक गिनती ।

बाकी सब करते,
छुपे रहने की विनती 

कभी लोग छुपते टेबल के नीचे ,
या कभी छुपते परदे के पीछे ।

दाम देने वाला किसी को ढूंढ रहा है ,
कोई कही मिल जाए ।  

कोई पकड़ के जीत जाए ,
कोई छुपे ही रह जाए । 

दाम देने वाला ढूनदता दाई और बाई,
इसी को कहते है छुपन - छुपाई ।  

-तूलिका तिवारी

1 comment:

Read, Comment & Share!
Thanks a lot for making my day!!!❤