Friday, April 24, 2020

लॉकडाउन


घर में रहकर हम हो रहे हैं बोर ,
बाहर सड़क पे नाच रहे हैं मोर🦚। 

मछलियाँ अब हवा में उड़ रही हैं 🐟,
क्योंकि नाव और जहाज पानी में नहीं हैं🛥। 

चिड़ियाँ उड़ रही है तारों के संग🐦,
सब अपनी खिड़की से देखो खिलता गगन🌇। 

हमने खुद की है हमारी लाइफ बोर ,
क्योंकि हम है प्रकृति के सबसे बड़े चोर।

इससे मिलता है हम सबको ज्ञान ,
की मनुष्य नहीं है सबसे महान। 

विज्ञान नहीं है खिलौना ,
लैब के खेल में आज पड़ा सबको रोना। 

इसका नहीं तुमने जाना मोल ,
और तुमने किया गलत कामों से झोल। 

कोरोना महामारी, 
से लड़ने की है हमारी बारी ,
अब रखनी है विज्ञान और प्रकृति से ईमानदारी। 

ढूँढो सब मिलके कोई तरकीब ,
जिससे कम हो जाए  विश्व की तकलीफ़। 

 -तूलिका तिवारी

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