हिन्दी दिवस
आओ मिल कर करे तैयारी,
हिंदी की अब आई बारी ।
ये है हमारी राष्ट्रभाषा,
पर हमको इसका ज्ञान आधा ।।
हिंदी की है वर्णमाला,
जिस पर स्वर , व्यंजन का ताला ।
इसमें है बावन सदस्य,
जो इसको रखते व्यस्त ।।
क , ख , ग , घ , ड़ इसके कंठव्य ।
च , छ , ज , झ , ञ इसके तालव्य ।।
ट , ठ , ड , ढ , ण है मूर्धन्य।
त , थ , द , ध , न है दंतव्य ।।
प , फ , व , भ , म है औष्ठव्य ।
अ से अः तक इसके स्वर ,
बाकी सब कहलाते व्यंजन ।।
आओ हम ले इसका ज्ञान ।
और इसको बनाए महान ।।
हिंदी है भारत की शान ,
क्योंकि हिंदी में विज्ञान।।
🙏🇮🇳🙏
-तूलिका तिवारी